●गैंग्स ऑफ़ रेवाड़ी गर्ल्स●
आप लोग शीर्षक से समझ ही गये होंगे कि मै हरियाणा के रेवाड़ी की उन बहादुर लड़कियों का ज़िक्र कर रहा हूँ, जिन्होंने अपने हक़ की लड़ाई शांतिपूर्ण और साहस के साथ लड़ी।
उनकी लगभग एक हफ्ते की भूख हड़ताल के आगे आख़िरकार सरकार को झुकना ही पड़ा और रेवाड़ी की इन बहादुर लड़कियों की मांग पूरी हुई जो कि निःसंदेह जायज़ थी।
मुझे इस हड़ताल के पीछे का कारण जान कर आश्चर्य हुआ, मनचलों के डर से ये लड़कियां अपने स्कूल को अपग्रेड कराना चाहती थी जिसकी वजह से उन्हें दूसरे गाँव ना जाना पड़े और उन्हें मनचलों की कायराना हरकत का शिकार न होना पड़े।
ख़ैर बात इन बहादुर बच्चियों की जिन्होंने इस समाज में एक मिशाल कायम किया है, इतनी कम उम्र में इतना दृढ़निश्चय सराहनीय है।
मेरा इन बच्चियों को सलाम बहुत कुछ सीखने को मिला इनसे।
दुःख की बात ये है कि इस खबर की जानकारी बहुत मुझे भी मुश्किल से मिल पायी,मुझे इनके बारे पूरी जानकारी के लिये थोड़ी मेहनत करनी पड़ी, अभी भी बहुत से लोग शायद ही उन "रेवाड़ी गर्ल्स" के बारे में जानते हों ये थोड़ी निराशाजनक बात है।
क्योंकि इसी दौरान एक और भूख हड़ताल चल रही थी कपिल मिश्रा जी की और बात मसालेदार थी क्योंकि केजरीवाल जी भी खबर में थे।
मीडिया और देश के लोगों से इन बहादुर बच्चियों की खबर थोड़ी देर से मिली और आंशिक रूप से मिली।
बात सोचनीय तो है ही, और कुछ लोगों को सोचना भी चाहिये।
लेकिन आखिरकार इन बहादुर लड़कियों की जीत ने सब ठीक कर दिया।
A salute for revadi girls.
-दिव्यमान यती
आप लोग शीर्षक से समझ ही गये होंगे कि मै हरियाणा के रेवाड़ी की उन बहादुर लड़कियों का ज़िक्र कर रहा हूँ, जिन्होंने अपने हक़ की लड़ाई शांतिपूर्ण और साहस के साथ लड़ी।
उनकी लगभग एक हफ्ते की भूख हड़ताल के आगे आख़िरकार सरकार को झुकना ही पड़ा और रेवाड़ी की इन बहादुर लड़कियों की मांग पूरी हुई जो कि निःसंदेह जायज़ थी।
मुझे इस हड़ताल के पीछे का कारण जान कर आश्चर्य हुआ, मनचलों के डर से ये लड़कियां अपने स्कूल को अपग्रेड कराना चाहती थी जिसकी वजह से उन्हें दूसरे गाँव ना जाना पड़े और उन्हें मनचलों की कायराना हरकत का शिकार न होना पड़े।
ख़ैर बात इन बहादुर बच्चियों की जिन्होंने इस समाज में एक मिशाल कायम किया है, इतनी कम उम्र में इतना दृढ़निश्चय सराहनीय है।
मेरा इन बच्चियों को सलाम बहुत कुछ सीखने को मिला इनसे।
दुःख की बात ये है कि इस खबर की जानकारी बहुत मुझे भी मुश्किल से मिल पायी,मुझे इनके बारे पूरी जानकारी के लिये थोड़ी मेहनत करनी पड़ी, अभी भी बहुत से लोग शायद ही उन "रेवाड़ी गर्ल्स" के बारे में जानते हों ये थोड़ी निराशाजनक बात है।
क्योंकि इसी दौरान एक और भूख हड़ताल चल रही थी कपिल मिश्रा जी की और बात मसालेदार थी क्योंकि केजरीवाल जी भी खबर में थे।
मीडिया और देश के लोगों से इन बहादुर बच्चियों की खबर थोड़ी देर से मिली और आंशिक रूप से मिली।
बात सोचनीय तो है ही, और कुछ लोगों को सोचना भी चाहिये।
लेकिन आखिरकार इन बहादुर लड़कियों की जीत ने सब ठीक कर दिया।
A salute for revadi girls.
-दिव्यमान यती
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