जहाँ तक मीडिया की बात है, तो मीडिया हर किसी से सवाल पूछता है, हर किसी के कार्य शैली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है,
हर बार मीडिया अपनी स्वतंत्रता की बात करता है।
पर क्या कोई है जो मीडिया की कमियों को भी उजागर करे?
क्या कोई है जो मीडिया से भी सवाल पूछे?
या फिर ऐसा है कि मीडिया से कभी कोई गलती होती ही नहीं।
तो मेरा कहना सिर्फ ये है मीडिया के बीच के लोग जो पत्रकारिता समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के निर्वहन लिये करते हैं उन्हें उठ कर सामने आना होगा और अपने बीच की बुराइयों और अपने बीच चल रहे व्यवसाय के खिलाफ आवाज़ उठानी होगी।
नहीं तो अगर सवाल करने वाले की पवित्रता खतरे में आ जाये तो उसके सवाल का क्या मतलब।
-दिव्यमान यती
हर बार मीडिया अपनी स्वतंत्रता की बात करता है।
पर क्या कोई है जो मीडिया की कमियों को भी उजागर करे?
क्या कोई है जो मीडिया से भी सवाल पूछे?
या फिर ऐसा है कि मीडिया से कभी कोई गलती होती ही नहीं।
तो मेरा कहना सिर्फ ये है मीडिया के बीच के लोग जो पत्रकारिता समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के निर्वहन लिये करते हैं उन्हें उठ कर सामने आना होगा और अपने बीच की बुराइयों और अपने बीच चल रहे व्यवसाय के खिलाफ आवाज़ उठानी होगी।
नहीं तो अगर सवाल करने वाले की पवित्रता खतरे में आ जाये तो उसके सवाल का क्या मतलब।
-दिव्यमान यती
nhi suni gayi baat to nuksaan sabka hai..
ReplyDelete