आज़ाद दिव्यमान की आज़ाद सोच-
जब हमारा देश आज़ाद हुआ था तब मेरा कोई अस्तित्व नहीं था लेकिन मेरे अस्तित्व का ना होना हमें आज़ादी के उस वक़्त के एहसास से अलग नहीं कर सकता। मैने जितना जाना जितना सुना उन सब पर विचार किया और मुझे ये एहसास हुआ कि उस वक़्त पुरे देश के लोगों का एक ही लक्ष्य और एक ही लड़ाई थी, अपने देश की अंग्रेजों से आज़ादी।
हम आज़ाद भी हुए पुरे देश के महान क्रांतिकारियों के योगदान से।
इस वक़्त भले ही हमारी अलग-अलग राय है, अलग-अलग विचारधारा है लेकिन हम एक हैं एक तिरंगे के नीचे।
मुझे बस इतना कहना है "घर के कुछ लोगों के बुरे होने से हमारा घर बुरा नहीं हो सकता, घर तो घर है जो अच्छे और बुरे दोनों को आश्रय देता है,हम उस घर पर कभी ऊँगली नहीं उठा सकते जो हमें रहने का स्थान देता है।"
आज हम हैं, हमारी पहचान है तो हमारे घर (देश) की वज़ह से।
हमारा देश आज से हज़ारों वर्ष पहले भी महान था, आज भी महान है और कल भी महान रहेगा, देश की महानता कभी कम नहीं होने वाली।
हमें देश से जुड़ी हर उन चीज़ों से आत्मविश्वास और गर्व की अनुभूति होती है जो इस देश की पहचान और शान हैं।
हमारे लिए हमारा देश पहली प्राथमिकता है फिर कुछ और।
हमें वो राष्ट्रगान, वो राष्ट्रगीत, वो तिरंगा और उसके प्रति वो सम्मान हर एक चीज़ हमें गर्व का एहसास दिलाती है। इस एहसास का खत्म होना अर्थात जीवन के अर्थ का पतन।
#जयहिन्द
#भारतमाताकीजय
#वन्देमातरम
#इंकलाबज़िंदाबाद
#मेराभारतमहान
जब हमारा देश आज़ाद हुआ था तब मेरा कोई अस्तित्व नहीं था लेकिन मेरे अस्तित्व का ना होना हमें आज़ादी के उस वक़्त के एहसास से अलग नहीं कर सकता। मैने जितना जाना जितना सुना उन सब पर विचार किया और मुझे ये एहसास हुआ कि उस वक़्त पुरे देश के लोगों का एक ही लक्ष्य और एक ही लड़ाई थी, अपने देश की अंग्रेजों से आज़ादी।
हम आज़ाद भी हुए पुरे देश के महान क्रांतिकारियों के योगदान से।
इस वक़्त भले ही हमारी अलग-अलग राय है, अलग-अलग विचारधारा है लेकिन हम एक हैं एक तिरंगे के नीचे।
मुझे बस इतना कहना है "घर के कुछ लोगों के बुरे होने से हमारा घर बुरा नहीं हो सकता, घर तो घर है जो अच्छे और बुरे दोनों को आश्रय देता है,हम उस घर पर कभी ऊँगली नहीं उठा सकते जो हमें रहने का स्थान देता है।"
आज हम हैं, हमारी पहचान है तो हमारे घर (देश) की वज़ह से।
हमारा देश आज से हज़ारों वर्ष पहले भी महान था, आज भी महान है और कल भी महान रहेगा, देश की महानता कभी कम नहीं होने वाली।
हमें देश से जुड़ी हर उन चीज़ों से आत्मविश्वास और गर्व की अनुभूति होती है जो इस देश की पहचान और शान हैं।
हमारे लिए हमारा देश पहली प्राथमिकता है फिर कुछ और।
हमें वो राष्ट्रगान, वो राष्ट्रगीत, वो तिरंगा और उसके प्रति वो सम्मान हर एक चीज़ हमें गर्व का एहसास दिलाती है। इस एहसास का खत्म होना अर्थात जीवन के अर्थ का पतन।
#जयहिन्द
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#इंकलाबज़िंदाबाद
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