Skip to main content

Posts

Showing posts from April, 2020

शादी इन कोरोना ( पॉर्ट-1)

दूल्हा-दुल्हन समेत घर के 14 सदस्यों के बीच हुई धूमधाम से शादी, हुआ एफआईआर- इस कोरोना महामारी के बीच अज्ञात स्थान पर अज्ञात लोगों द्वारा अज्ञात जोड़े के शादी का आयोजन कर लॉकडाउन और सोशल डिस्टेन्सिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाई गयी। सरकार और प्रशासन के मनाही के बावजूद दूल्हा-दुल्हन समेत इस शादी में 14 लोग शामिल हुए। पुलिस को जब इस बात की सूचना मिली तो वो तुरंत इस शादी में पहुंची। बीते अज्ञात दिन, पुलिस को अज्ञात स्थान पर एक शादी के आयोजन की सूचना मिली। पुलिस ने इस पर तुरंत कार्यवाही की। पुलिस के पहुंचने पर शादी की प्रक्रिया जारी थी। पंडित मास्क सरका कर मंत्रोच्चारण में लगे थे।हालांकि पुलिस प्रशासन ने शादी पूरी होने की छूट दे दी। जिसके बाद बचे हुए ढ़ाई फेरे के साथ-साथ शादी की बाकी रस्में पूरी हुईं। इस बीच पुलिस ने नास्ता-पानी कर आयोजकों का मान रखा। कुछ पुलिसकर्मियों ने खाने की उचित प्रबंध ना होने पर थोड़ी नाराजगी भी जाहिर की। शादी पूरी होते ही नवविवाहित जोड़े सहित पूरे परिवार को टाँग कर थाने लाया गया और एफआईआर दर्ज कर ली गयी। अज्ञात आयोजकों द्वारा यह दावा किया गया कि उन्होंने पूरे सरक

पलायन : महामारी के बीच त्रासदी

कोरोना वायरस के संक्रमण से फैली कोविड-19 बीमारी ने पूरे विश्व को भयभीत कर रखा है। जहां चीन, इटली, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका जैसे विकसित देश भी इसके सामने घुटने टेकतेदिखाई दे रहे हैं वहीं भारत इस लड़ाई में विजय पाने की पुरजोर कोशिश में लगा हुआ हैं। भारत मे कोरोना संक्रमण की खबरें आते ही भारत सरकार ने इससे लड़ने की तैयारी शुरू कर दी। इसी तैयारी के बीच 22 मार्च को सम्पूर्ण देश मे जनता कर्फ्यू लगा और फिर इस जनता कर्फ्यू के दो दिन बाद 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा हुई। पूरा देश अचानक से रुक गया। भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स में ये कहा गया कि जो जहां है वहीं रुका रहेगा। उस तक सारे जरूरी सामान पहुंचाया जाएगा तथा जरूरतमंदों के लिए भोजन एवं रहने का प्रबंध किया जाएगा। कोरोना से लड़ने के लिए ये लॉक डाउन जरूरी तो था लेकिन इस लॉक डाउन ने एक ऐसी जमात को भय में डाल दिया जो इस देश का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। भारत के बड़े शहरों के प्रवासी श्रमिकों और दिहाड़ी मजदूरों पर इस फैसले का बड़ा असर हुआ। सारे कारखानें और कंपनियों के बंद हो जाने के कारण इनका रोजगार खत्म हो गया। जो रोज कमाने खाने वाले दिहाड़ी मजद