अभी भी बहुत से लोग ख़ामोश हैं क्यों? "शायद 7 लोग ही मरें हैं, और वो भी #अमरनाथ में ये हमारी सोच और समझ की सीमा के बाहर है, छोड़ो क्या बोलना।" ये एक कटु सत्य है। शांति की बात करने वाले और कश्मीर के #पत्थरबाजों को नादान कहने वाले, ज़रा उन पत्थरबाजों से पूछो, "क्या ये है तुम्हारी आज़ादी?" आज क्यों #कश्मीर शांत है क्योंकि कोई #बुरहान नहीं, कोई #हर्ष मारा गया है। मै पूछता हूँ ये देश ही क्यों शांत है। आप भाईचारे की बात करते हैं ना मै बताता हूँ कौन मेरा भाई है, #लेफ्टिनेंट_मोहम्मद_अयूब मेरा भाई है, वो ड्राईवर #सलीम_शेख़ मेरा भाई है, वो कश्मीरी मेरे भाई हैं जो अपनी जान देकर अपने देश की सेवा करते हैं। कोई #पत्थरबाज मेरा भाई नहीं हो सकता जो मज़हब देख कर पत्थर चलाता हो।
अभी नया हूँ, पुराना तो होने दो, दौर मेरा भी आएगा, दीवाना तो होने दो।