हम जमीन क्यों छोड़े वो जमीन हमारी है, वहां मेरा खुदा\भगवान रहेगा। हम मंदिर\मस्जिद वही बनायेंगे, हम शांति प्रिय कौम\धर्म हैं लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे भले ही हमें अपना खून ही क्यों ना बहाना पड़े। हाँ भाई हमारा ईश्वर\अल्लाह इसी इंतजार में तो है हम अपने खून को बालू में मिलाकर अपनी अस्थियों को परत दर परत सजा कर एक बहुत ही सुन्दर शांति का सन्देश देने वाला मंदिर\मस्जिद बनायेंगे। ईश्वर\खुदा तो हमारी लाशों पर अपना आसन चाहता है। #मंदिर_मस्जिद #भगवान_खुदा (अफसोस तुम अपने भगवान\खुदा को समझ ही नहीं पाये वो कब का तुम्हारी नफ़रतों की दुनिया से दूर चले गए उन्हें वापस बुलाना है या नहीं ये तुम पर ही निर्भर है)🙏🙏🙏🙏 #दिव्यमान
अभी नया हूँ, पुराना तो होने दो, दौर मेरा भी आएगा, दीवाना तो होने दो।